WHAT DOES MOST POWERFUL SARV KARYA SIDH SHABAR MANTRA (KARYA SIDDHI SHABAR MANTRA MOST POWERFUL SHABAR MANTRA) MEAN?

What Does Most powerful sarv karya sidh shabar mantra (karya siddhi shabar mantra most powerful shabar mantra) Mean?

What Does Most powerful sarv karya sidh shabar mantra (karya siddhi shabar mantra most powerful shabar mantra) Mean?

Blog Article





एक माला (१०८ बार) से लेकर ११ माला (११८८ बार) तक रोज जप करें। यह निर्भर करता है कि आप कितनी जल्दी अपने उद्देश्य को प्राप्त करना चाहते हैं।

शिखर चढ़धूं वाली पड़न्ता . कबहूँ न मांगे पाणी

Lord Hanuman’s blessings will can be found in the form of modern ventures and also other profitable launches.

As we snooze peacefully, a person could possibly be intending to burglarize our dwelling. Chanting the mantra ahead of we slumber will continue to keep us protected against these unscrupulous features as well as other destructive resources.

आगा बाँध , पीछा बाँध , घर के चारों कोने बाँध ।

बिधि :इस मंत्र को ग्रहण काल आदि में इक्कीस माला जप कर सिद्ध कर लें ।फिर प्रयोग के समय एक छोटा मिट्टी का प्याला लेकर उसकी पेंदी में छोटा सा छेद कर लें और उसमें शराब, दूध और गौमूत्र भरें तथा मंत्रोचार करते हुए घर का चक्कर लगाबें।



Chanting Dhan Lakshmi mantras are productive techniques to generate our funds flourishing. It may possibly create much more income and earnings in small business as well as other works. Furthermore, it will help remove procrastination and build an Energetic, fruitful everyday living.

को बाँध ,पश्चिम को click here बाँध , दक्षिण को बाँध ,

ॐ ह्रीँ अवधज्ञानलोचनायै पद्मावत्यै नमः ।

तब तक आप स्वयं यंत्र लीजिए और उसको साफ कीजिए और ईश्वर का नाम लीजिए, बस प्राण-प्रतिष्ठा हो गई। उसको नित्य स्नान इत्यादि करा कर जाप शुरू करें। सवा लाख मंत्र का जाप कीजिए। इसके बाद संतान उत्पत्ति के लक्षण भी बन जाएगे। और इस प्रकार से मंत्र जाप के बाद जो संतान उत्पन्न होती है वह तन और मन दोनों से स्वस्थ होती है।

Your browser isn’t supported any more. Update it to find the ideal YouTube experience and our hottest attributes. Learn more

सात वर्षों तक जप करने से 'देवत्व' नौ वर्षों तक जप करने से ‘मनुत्व' तथा दश वर्षों तक जप करने से 'इन्द्रत्व' प्राप्त होता है। ग्यारह वर्षों तक जप करने से 'प्रजापति' तथा बारह वर्षों तक जप करने वाला मनुष्य साक्षात् 'ब्रह्मा' के समान हो जाता है। कामाख्या-तंत्र वह कल्पवृक्ष है, जिससे मनुष्य सर्वाभीष्ट सिद्ध कर सकता है।

Report this page